विभाग में स्वयं पाठ्यक्रमों पर आयोजित किया गया जागरूकता कार्यक्रम
ऑनलाइन शिक्षा की ओर एक प्रेरक कदम — स्वयं पाठ्यक्रमों पर जागरूकता कार्यक्रम
कार्यक्रम का नाम: स्वयं पाठ्यक्रमों पर जागरूकता कार्यक्रम
आयोजक:
अर्थशास्त्र विभाग, प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय, शासकीय तुलसी ,महाविद्यालय,अनूपपुर(मध्य प्रदेश)
दिनांक: 03 जुलाई 2025
समय: प्रातः 11:00 बजे
स्थान: कक्ष क्रमांक 12
प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय, शासकीय तुलसी महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा विद्यार्थियों को SWAYAM (स्वयं) प्लेटफ़ॉर्म की जानकारी देने हेतु एक प्रभावशाली जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की जानकारी देना तथा उन्हें स्वयं प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से पंजीकरण के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में स्वयं पाठ्यक्रमों के संयोजक व रसायनशास्त्र के सहायक प्राध्यापक श्री ऋषिकेश चंद्रवंशी ने विद्यार्थियों को हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण के माध्यम से बताया कि कैसे वे स्वयं पोर्टल पर लॉगइन कर अपनी पसंद के पाठ्यक्रमों में नामांकन कर सकते हैं। श्री चंद्रवंशी ने छात्रों को यह भी समझाया कि किस प्रकार ये पाठ्यक्रम उनके करियर में सहायक हो सकते हैं। उन्होंने कहा:
"स्वयं पाठ्यक्रम छात्रों को वैश्विक स्तर की शिक्षा उनके द्वार तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम हैं। यह पहल न केवल छात्रों के कौशल को बढ़ाती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करती है।"
(कार्यक्रम के बाद का फोटो चित्र)
इस प्रेरक कार्यक्रम का संयोजन अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. अमित भूषण द्विवेदी के द्वारा किया गया। डॉ. द्विवेदी ने बताया:
"इस प्रशिक्षण के माध्यम से कुल 22 विद्यार्थियों ने लाभ प्राप्त किया, जिसमें से अर्थशास्त्र के 18 छात्रों ने व्यष्टि अर्थशास्त्र विषयक पाठ्यक्रम में पंजीकरण सुनिश्चित किया है। यह छात्रों के बीच बढ़ती जागरूकता का संकेत है।"
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. अनिल कुमार सक्सेना ने स्वयं पाठ्यक्रमों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए अपने द्वारा भेजे एक में संदेश कहा:
(कार्यक्रम के बाद का फोटो चित्र)"स्वयं जैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म से जुड़ना विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा की ओर अग्रसर करता है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों के अनुरूप एक सराहनीय कदम है।"
कार्यक्रम में अर्थशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति वैश्य की गरिमामयी उपस्थिति ने छात्रों को विशेष रूप से प्रेरित किया।
निष्कर्षतः, यह कार्यक्रम न केवल सूचना का आदान-प्रदान था, बल्कि एक प्रेरक पहल भी थी, जिससे विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा के नए द्वार खोलने की दिशा में मार्गदर्शन मिला। ऐसे प्रयास शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होते हैं।
(कार्यक्रम के बाद का फोटो चित्र)
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