विद्यार्थियों के बीच हम और हमारे बीच विद्यार्थी-संस्मरण
संस्मरण ब्लॉग द्वारा अमित भूषण
रोहित, निशा और सुरेंद्र को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय में Ph.D. में प्रवेश मिलने पर हार्दिक शुभकामनाएं!
इन तीनों विद्यार्थियों से मेरा जुड़ाव कई वर्षों से रहा है। निशा, साकेत कॉलेज, अयोध्या में स्नातक द्वितीय वर्ष में मुकेश सर की छात्रा थी। अपने ऑनलाइन कार्यक्रमों के माध्यम से वह मुझसे जुड़ी और हमारे बीच गुरु-शिष्य का आत्मीय संबंध बना।
सुरेंद्र से मेरी पहली मुलाकात तुलसी कॉलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष के दौरान हुई, जब मैं बजट विश्लेषण पर कार्यक्रम करा रहा था। उस दौरान उसने एक प्रश्न पूछा था, जो उसकी जिज्ञासु प्रवृत्ति को दर्शाता था। वहीं, रोहित से मेरा परिचय लॉक डाउन में जब हमलोग विभाग में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन कर रहे थे तो सुरेंद्र के माध्यम से उस वेबिनार में शामिल होने के लिए इंक्वायरी में परिचय हुआ। तुलसी कॉलेज से स्नातक करने के बाद ये दोनों विद्यार्थी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय चले गए। वहीं से दोनो की समाजशास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी हुई।
हाल ही में, सुरेंद्र ने समाजशास्त्र विषय में नेट परीक्षा उत्तीर्ण की, जबकि इससे पहले रोहित ने Ph.D. के लिए नेट परीक्षा में सफलता प्राप्त की थी। निशा ने साकेत कॉलेज से स्नातक करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए. किया।
इन विद्यार्थियों की इस प्रारंभिक सफलता से मेरा मन अत्यंत प्रसन्न है। अब उनके पास अगले चार-पांच वर्षों के लिए एक स्थिर आधार, पुस्तकालय, हॉस्टल और आवश्यक संसाधन उपलब्ध होंगे, जिससे वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। आर्थिक संबल भी होगा और जेआरएफ के माध्यम से आगे बढ़ने के स्वर्णिम अवसर मिलेंगे।
एक शिक्षक का योगदान विद्यार्थी के जीवन में हमेशा स्थायी नहीं रहता, परंतु अब तक मैंने इनका सुपरविजन किया है—कभी डांटा, कभी समझाया, कभी प्रेम से प्रेरित किया, तो कभी सख्ती भी दिखाई। मुझे सदैव प्रतिभावान विद्यार्थियों को पहचानने और उन्हें उनकी क्षमताओं से परिचित कराने में आनंद मिलता है।
ईश्वर आप तीनों को भविष्य में अपार सफलता प्रदान करें। मेरा आशीर्वाद सदैव आपके साथ है।
आपने अपने-अपने कॉलेज का नाम रौशन किया है, और अब आशा करता हूँ कि आप अपनी यूनिवर्सिटी का नाम भी गौरवान्वित करेंगे।
शुभकामनाएँ!
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